अपनों से जीत नहीं पाए अजय सिंह...

मध्यप्रदेश। समय बदलते देर नहीं लगती, हमारे मध्य प्रदेश में कहावत है कि घूरे के भी दिन बदलते हैं और कोठियां महलों को खंडहरों में बदलते ही देखा गया है l  प्रदेश और देश में एक नहीं हजारों उदाहरण हैं जो‌ कल तक सड़क से सिंघासन तक प्रभावशाली रहें लेकिन बर्तमान में सामान्य रुप से आमजनों की तरह यह रहें हैं I मध्य प्रदेश की राजनीति में पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के पुत्र पूर्व नेता प्रतिपक्ष  अजय सिंह (राहुल भैया) कांग्रेस के दमदार नेता रहे, चुरहट से विधानसभा चुनाव और सीधी लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस की टिकट पर पराजित होकर गुटबाजी का दाग लगा बैठे l मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता होने के बावजूद कई नेताओं को पार्टी द्वारा दरकिनार किया जा रहा है, जिसके चलते समय समय पर उनका दर्द छलक आता है l अब पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह (राहुल भैया) का दर्द छलका है l उनका कहना है कि मैं ना मंत्री हूं और ना ही मैं विधायक हूं, मेरे पास वही लोग आते हैं जिनकी कोई नहीं सुनता l दरअसल हाल ही में कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ गोविंद सिंह द्वारा भाजपा के तीन से चार विधायकों के संपर्क होने की बात कही थी l जिसको लेकर मीडिया में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भैया से सवाल किया तो उनका दर्द छलक पड़ा l उन्होंने कहा कि मैं ना मंत्री और ना ही विधायक l मेरे पास है तो वे लोग आते हैं जिनकी कोई नहीं सुनता l उन्होंने कहा कि मेरे पास वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ही आते हैं, जो अपनी बात कहना चाहते हैं l वहीं जब उनसे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई और चाचौड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक लक्ष्मण सिंह के मुख्यमंत्री कमलनाथ को दी गई नसीहत की बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा तो मैं क्या करूं ? कांग्रेस में कोई किसी की नहीं सुन रहा है, मैं भी चिंतित हूं l