महाशिवरात्रि यात्रा में इस बार आदिवासियों का नृत्य

इंदौर। 10 फरवरी सोमवार। विगत 15 सालों से महाशिवरात्रि पर बाणगंगा क्षेत्र से निकलने वाली महाशिवरात्रि की धार्मिक यात्रा को लेकर एक विशाल बैठक का आयोजन रखा गया, जिसमें यात्रा को धार्मिक उत्साह और जोश-खरोश के साथ निकालने का निर्णय लिया गया। यात्रा में स्वच्छता, बेेटी-बचाओ सहित कई सामाजिक संदेश भी दिए जाएंगे। आदिवासी नृत्यकों की टोली मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहेगी। संस्था नमो नवग्रह शनि द्वारा निकाली जा रही इस यात्रा के संरक्षक के.के. यादव, शिवम यादव और अमन सुन्ना यादव के नेतृत्व मे पिछले 15 वर्षो से सतत महाशिवरात्रि पर्व पर बाणेशवर कुंड से ये धार्मिक यात्रा शुरु होकर निकाली जाती है। यह यात्रा बाणगंगा होती हूई मरीमाता चौराहा गणेश मंदिर पर समाप्त होगी। यात्रा मार्ग पर कई धर्मप्रेमियों द्वारा जगह-जगह मंच लगाकर यात्रा का भव्य स्वागत किया जाएगा। केके यादव ने बताया कि भजन मंडली द्वारा भजनों की प्रस्तुति तो दी ही जाएगी, वहीं मनमोहक झांकियों में 4 ऊंट, 4 घोड़ी भी रहेगी, जो खाट पर नृत्य करेगी। साथ ही भोलेनाथ और भूत पार्टी भी शामिल होगी। इस बार 15-20 आदिवासियों द्वारा नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति भी दी जाएगी, जो मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहेगी। इसी तरह नासिक ढोल-मंजीरे के साथ झांकी में 12 ज्योतिर्लिंग, डीजे गाड़ी और भजन गायक मुकेश रंगारंग भजनों की प्रस्तुति देंगे। बैठक में लोगों ने कई सुझाव भी दिए। तत्पश्चात स्नेह भोज का आयोजन भी हुआ। साथ ही सभी को संकल्प-पत्र वितरित किए गए। बैठक की शुरुआत भगवान की ध्वजा पताका फहराकर एवं पूजन-आरती के साथ हुई। बैठक में मुख्य रूप से  हिमांशु यादव, परवेश यादव, आनंद यादव, राम पाल, रमेश कुशवाह आदि भी मौजूद थे।