इंदौर 02 मार्च सोमवार । कमिश्नर श्री आकाश त्रिपाठी की अध्यक्षता में आज एमवाय अस्पताल सभाकक्ष में एमवाय अस्पताल के संबंध में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर कमिश्नर श्री त्रिपाठी ने कहा कि एमवाय अस्पताल में निजी अस्पताल जैसी सुविधाएं होना जरूरी है। यहाँ पर सभी मरीजों को हर तरह की मूलभूत सुविधाएं मिलना आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा कि सभी निर्माण कार्य और खरीदी टेण्डर कोटेशन के जरिये नियमानुसार की जाये। उन्होंने एमवाय अस्पताल की कंडम सामग्री को राइटऑफ करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि एमवाय अस्पताल की बर्न यूनिट के कायाकल्प का काम लोक निर्माण विभाग द्वारा 31 मार्च से पूर्व पूरा कर लिया जाये। बैठक में पार्किंग, ग्रीन एरिया, सीवर लाइन के कायाकल्प के संबंध में भी चर्चा की गई। बैठक में कमिश्नर श्री त्रिपाठी ने कहा कि एमवाय अस्पताल का प्रवेश द्वार निजी अस्पतालों (टाटा मेमोरियल या बाम्बे अस्पताल) जैसा होना चाहिये, क्योंकि फर्स्ट इम्प्रेशन इज़ लास्ट इम्प्रेशन। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि एमवाय अस्पताल में अब पैरामेडिकल स्टाफ के एप्रन सफेद के बजाय अलग-अलग वर्ग के कर्मचारियों की अलग-अलग रंग की एप्रन होगी तथा मरीजों के बिस्तर की चादर हफ्ते में एक दिन सफेद बाकि छ: दिन रंगीन बिछायी जायेगी। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि समाजसेवी संस्थाओं द्वारा खुले में भोजन के वितरण पर रोक जारी रहेगी। एमवाय अस्पताल में बाह्य रोगी विभाग में भीड़ को नियंत्रित करने के लिये सभी विभागों में इलेक्ट्रॉनिक या डिजिटल टोकन व्यवस्था लागू की जायेगी। इलेक्ट्रॉनिक या डिजिटल टोकन सिस्टम का डिस्प्ले बोर्ड निजी कम्पनी द्वारा लगाया जायेगा। उक्त बोर्ड में डिस्प्ले और साउंड व्यवस्था होगी। इस योजना पर अनुमानित 54 हजार रूपये खर्च होंगे। यह व्यवस्था इसी माह लागू कर दी जायेगी। सभी मुख्य विभागों में मरीजों की जाँच हेतु सेम्पल संग्रह करने की तीव्र व्यवस्था लागू कर दी गई है। जिससे जाँच उपरान्त परिणाम जल्दी मिल रहे हैं। बैठक में बताया गया कि एमवाय अस्पताल में बाह्य रोगी विभाग के सभी मरीजों को रिसेप्शन काउन्टर पर दवाएं वितरित की जा रही है। इस समय कुल 152 प्रकार की दवाइयाँ मरीजों को मुफ्त दी जा रही हैं। बाह्य रोगी विभाग में कार्यरत प्रत्येक वार्ड ब्वाय को एक-एक व्हील चेयर या स्ट्रेचर की जिम्मेदारी दी गई है। बाह्य रोगी विभाग में दस वार्ड ब्वाय कार्यरत हैं। एमवाय अस्पताल परिसर में लोक निर्माण विभाग द्वारा ट्रॉफिक प्लान के अनुसार बिजली के नये पोल लगाये जा रहे हैं। यह काम 15 मार्च तक पूरा हो जायेगा। एमवाय अस्पताल की बिल्डिंग के अंदर ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं कि कभी भी लाइट बंद नहीं रहें। पूर्व में स्वीकृत निविदा अनुसार ऑपरेशन थियेटर के नवीनीकरण कार्य चरणबद्ध तरीके से पीआईयू या पीडब्ल्यूडी द्वारा शीघ्र कराया जाये। अस्पताल में बंद लिफ्ट शीघ्र चालू की जाये। बैठक में बायोमेडिकल वेस्ट के समुचित निपटान के निर्देश दिये गये। स्त्री एवं प्रसूति विभाग को एमटीएच कम्पाउण्ड में शिफ्ट होने के बाद सेमी प्रायवेट वार्ड की व्यवस्था की जायेगी। भर्ती मरीजों को जाँचों के लिये प्राथमिकता दी जा रही है। इस हेतु लॉगबुक बनाकर समयसीमा में जाँच कार्य पूरा किया जा रहा है। मरीजों के सेम्पल के लिये चिकित्सालय के प्रत्येक दो फ्लोर के मध्य एक रनर की व्यवस्था की गई है। बैठक में डीन एमजीएम मेडिकल कॉलेज डॉ. ज्योति बिंदल, अधीक्षक एमवाय अस्पताल डॉ. पी.एस. ठाकुर, डॉ. ए.डी. भटनागर तथा पीआईयू व पीडब्ल्यूडी के अधिकारी मौजूद थे।
मरीजों को सभी मूलभूत सुविधाएं मुहैया करायें - कमिश्नर श्री त्रिपाठी